मिसेज सक्सेना के भव्य ड्राइंगरूम में प्रवेश करते ही लगा जैसे हम कश्मीर में आ गए हों। बाहर इतनी चिलचिलाती धूप थी कि गाड…
किसी की आँखों में सागर से भी गहरा पानी है अब्र बनके जो दिल पर मेरे ठहरा पानी बिना बुलाए ही आता है सूरते-सैलाब पुकार…
'वापसी' उषा प्रियमवदा की, रिश्तों की असली हकीकत उधेड के रख देने वाली कहानी है। एक ऐसी कहानी जो आज के समाज में …
एक ख़त तुम आईने की आराइश में जब खोई हुई सी थीं खुली आँखों की गहरी नींद में सोई हुई सी थीं तुम्हें जब अपनी चाहत थी …
कल शाम को एक जरूरत से तांगे पर बैठा हुआ जा रहा था कि रास्ते में एक और महाशय तांगे पर आ बैठे। तांगेवाला उन्हें बैठाना …
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